दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं।
आम आदमी पार्टी के फंडिंग मामलों में कथित अनियमितताओं के संबंध में अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने समन भेजा है। इससे उनके भविष्य को लेकर अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं, कुछ लोगों का कहना है कि उनकी गिरफ़्तारी कभी भी हो सकती है। आम आदमी पार्टी ने ईडी के नोटिस को गैरकानूनी बताते हुए सीधे भाजपा पर निशाना साधा है। अपनी कानूनी टीम से परामर्श के बाद, केजरीवाल ने ईडी के सामने पेश न होने का फैसला किया है। आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि भाजपा आने वाले चुनावों के लिए केजरीवाल के प्रचार अभियान को रोकना चाहती है, इसलिए समन भेजा गया है।
वहीं, अवैध खनन मामलों के संबंध में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़े 10 स्थानों, जिसमें उनके मीडिया सलाहकार का घर भी शामिल है, पर ईडी ने छापेमारी की है। ईडी की इस त्वरित कार्रवाई से लगता है कि सोरेन पर भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं, जैसा कि केजरीवाल के साथ हो रहा है।
अगर इन दोनों मुख्यमंत्रियों की गिरफ़्तारी हुई तो ऐसी स्थिति से निपटने के लिए उनके पास प्लान बी तैयार है, ऐसी भी अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि, बढ़ती मुश्किलों के बीच इन दोनों मुख्यमंत्रियों का भविष्य अनिश्चित दिख रहा है। ईडी की कार्रवाई से आगे चलकर उनकी परेशानियाँ और बढ़ सकती हैं।